गोंड
राजवंश की जीवन शैली की प्रदर्शनी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देखी
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस-2018 समारोह के अवसर पर मंडला जिले के
रामनगर में मोतीमहल के समीप देश के विभिन्न हिस्सों से आए करीब ढाई सौ पंचायत
प्रतिनिधियों तथा उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त अतिथियों के साथ ग्रुप फोटो
निकलवाई। श्री मोदी ने इस मौके पर मंडला के गोंड राजवंश के ध्वज का सम्मान के साथ
अवलोकन किया।
प्रधानमंत्री
श्री मोदी ने गोंड जनजाति की परंपरा और जीवन शैली पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन
किया। प्रदर्शनी में काष्ठ से बनी नारी प्रतिमा, गोंड जनजाति के बर्तन, वस्त्र, अस्त्र-शस्त्र, प्राकृतिक जीवन शैली की परंपरा का
चित्रण किया गया है। प्रदर्शनी में बैगा जनजाति द्वारा प्रकृति से उपलब्ध फलों को
सुखाकर गिलास-कप आदि के रूप में उपयोग करने का भी चित्रण किया गया है। इसके साथ ही,
उनकी पूजा एवं
श्रृंगार विधि को भी दर्शाया गया है।
काष्ठ शिल्प के संबंध में बताया गया कि
विश्व में भारतीय नारी की पहचान साड़ी परिधान से की जाती है। इस काष्ठ शिल्प
प्रदर्शनी का उदे्दश्य है कि नारी का सम्मान बढे़, उसके जीवन की रक्षा हो तथा एक
प्रगतिशील नारी के रूप में भारतीय नारी की पहचान बने। गोंड राजाओं के ध्वज स्तंभ
में उल्लेख है कि गोंड राजवंश के 63 नरेशों ने इस धरा पर शासन किया था।
इस
अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री
नरेंद्र सिंह तोमर, केन्द्रीय
राज्य मंत्री श्री पुरुषोत्तम सिंह रुपाला, मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण
विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, श्री राकेश सिंह, राज्य सभा सांसद श्रीमती संपतिया उइके,जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती
मरावी, प्रदेश
मंत्रीमण्डल के सदस्य, विधायकगण
एवं अन्य गणमान्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.