कांग्रेस
को शामिल करने के करीब CPM बीजेपी का सामना करने के लिए!
बीजेपी
का सामना करने के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर काम करने या नहीं करने के मसले पर
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) में गंभीर मतभेद सुलझ सकते हैं, जहां शीर्ष नेतृत्व ने आधिकारिक मसौदा
राजनीतिक प्रस्ताव से 'कोई
समझ नहीं' कथन
को हटाने का फैसला किया है.
प्रस्ताव
को अंतिम रूप दिए जाने के बाद यह अगले तीन साल के लिए माकपा की राजनीतिक-रणनीतिक
दिशा तय करेगा. गहन बहस में महत्वपूर्ण मुद्दा इस बात पर केंद्रित रहा कि माकपा को
बीजेपी से मुकाबले के लिए कांग्रेस समेत सभी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ताकतों के
साथ हाथ मिलाना चाहिए या नहीं.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.