कश्मीर नीति पर UPA की कोशिशों पर
मोदी सरकार ने पानी फेरा :- राहुल
सिंगापुर यात्रा पर गए कांग्रेस के प्रेसिडेंट
राहुल गांधी ने कश्मीर की मौजूदा स्थिति को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना
साधा है. राहुल ने कहा कि कश्मीर में यूपीए सरकार की कोशिशों पर मोदी सरकार ने
पानी फेर दिया है.
राहुल गांधी ने कहा कि मनमोहन सिंह के कार्यकाल
में हमारी कश्मीर नीति लोगों के बीच की पुल बनाने की थी. उन्होंने कहा, 'जब
यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की सरकार 2004 में आई तब
कश्मीर जल रहा था. इसके बाद हमने योजना बनाई और इस पर 9 सालों तक काम
किया.
उन्होंने कहा कि हमारी कश्मीर नीति लोगों को
जोड़ने और प्रक्रिया में उन्हें शामिल करने की थी. राहुल ने कहा, 'आप
लोगों को शामिल करते हैं और फिर उनके साथ काम करते हैं.आप को उन पर भरोसा करना
होता और फिर काम होने लगता है. मैंने अपने मामले में यह देखा है.'
राहुल ने कहा कि जब मैं 2014
में कश्मीर गया तो मुझे लगा कि मैं रो दूंगा. उन्होंने कहा, 'मैंने
देखा कि कैसे एक खराब राजनीतिक निर्णय सालों की नीति निर्माण की प्रक्रिया को पटरी
से उतार सकता है.
इससे पहले छात्रों के साथ एक कार्यक्रम के
दौरान राहुल ने सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के प्रेस कॉन्फ्रेंस करने को लेकर बयान
दिया था. राहुल ने कहा कि लोग इंसाफ पाने के लिए न्यायपालिका के पास जाते हैं
लेकिन पहली बार चार जजों को इंसाफ के लिए लोगों के पास आना पड़ा.
राहुल ने कहा कि गांधी ने जिस भारत की कल्पना
की थी, उसमें सभी को अपने धर्म, जाति और भाषा के आधार पर घर जैसा महसूस
करने की आजादी थी. हालांकि अब उस विचार को चुनौती दी जा रही है.
इस दौरान राहुल ने भारत और चीन के बीच की
प्रतिस्पर्धा को लेकर कहा कि उन्हें नहीं लगता कि चीन, भारत को
मैन्युफैक्चरिंग में मात नहीं दे सकता. उन्होंने कहा, 'भारत को चीन के
साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक रिश्ता रखना होगा. राहुल इससे पहले भी कई चुनावी रैलियों
में चीन में रोजगार सृजन और भारत की कमजोर मैन्युफैक्चरिंग को लेकर मोदी सरकार से
सवाल पूछ चुक हैं.
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