शिक्षक बनकर जनसम्पर्क मंत्री ने भावांतर
भुगतान योजना दतिया के ग्रामों के किसानों को समझाई
जनसम्पर्क, जल-संसाधन और
संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र एक शिक्षक की तरह किसानों को भावांतर
भुगतान योजना के बारे में समझा रहे हैं। डॉ. मिश्र ने आज दतिया जिले के विभिन्न
ग्रामों में पहुँचकर आम नागरिकों विशेष तौर पर किसानों से रू-ब-रू होकर उन्हें
भावांतर भुगतान योजना सहित अन्य योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। जनसम्पर्क
मंत्री इसके पहले भी अनेक ग्रामों में किसानों को भावांतर भुगतान योजना के विभिन्न
लाभकारी प्रावधानों की जानकारी दे चुके हैं।
जनसम्पर्क मंत्री ने दतिया जिले के ग्राम
बरगांय, ग्राम जिगना और सोनागिर पहुँचकर ग्रामवार भावांतर भुगतान योजना में
लाभान्वित किसानों की संख्या और दी जाने वाली राशि की जानकारी दी। उन्होंने बताया
कि रबी के लिए नवीन पंजीयन 12 फरवरी से किए जाएंगे। किसानों द्वारा
सूखा राहत की राशि के लिए पटवारी अथवा तहसीलदार को आधार नम्बर, मोबाइल
नम्बर आदि की जानकारी भी प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने सिनावल, सेवनी,
मुरेरा
आदि ग्रामों में लाभान्वित हितग्राहियों को भी जानकारी प्रदान की। जनसम्पर्क
मंत्री ने किसानों से कहा कि वे आगे बढ़कर इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ लें।
उन्होंने किसानों को बताया कि योजना में किसानों को चने के लिए 4400
रुपए और प्याज के लिए 800 रुपए प्रति क्विंटल राशि का भुगतान
किया जाएगा।
जनसम्पर्क मंत्री डॉ. मिश्र ने सौभाग्य योजना
की भी जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि योजना में प्रत्येक व्यक्ति को
नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन दिया जा रहा है। हर घर तक सहज, सरल रूप में
योजना का लाभ पहुँचाने के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। सभी ग्रामों में
जनसम्पर्क मंत्री का स्वागत किया गया। जनसम्पर्क मंत्री ने ग्राम डांग करैरा का
दौरा भी किया।
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