पीएम मोदी ने परीक्षा के दबाव से उबरने के लिए मंत्र
दिए,
परीक्षा की तैयारियों में जुटे देश के करोड़ों
बच्चों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को फिर रूबरू होंगे। वह उनसे
परीक्षाओं को लेकर ही संवाद करेंगे। इनमें स्कूल और कालेज सभी के छात्र शामिल
होंगे। हालांकि इससे पहले ही परीक्षाओं से निपटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की
लिखी गई 'एक्जाम वारियर' नाम की किताब भी जारी गई है। इसका
विमोचन शनिवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश
जावड़ेकर ने किया है। यह पुस्तक प्रधानमंत्री की मन की बात पर आधारित है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह किताब उस समय जारी हुई
है, जब देश के करोड़ों बच्चे 10वीं, 12वीं के साथ
मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे है।
किताब में परीक्षाओं से निपटने के लिए 25 मंत्र यानि पाठ दिए गए है। पुस्तक में
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए लिखा है कि एक
परीक्षा मनुष्य की पूरी जिंदगी को नहीं जांच सकता है। एपीजे अब्दुल कलाम फाइटर
पायलट बनना चाहते थे, लेकिन इनमें चूक गए। लेकिन वह निराश होकर नहीं
बैठे। बाद में वह महान वैज्ञानिक बने, जो हमें आज भी याद हैं। इस तरह से
उन्होंने छात्रों से परीक्षा से चिंतित न होने की सलाह दी, बल्कि इसे
त्यौहार की तरह मनाने की सलाह दी। किताब में परीक्षा के दौरान बच्चों से खेलने,
तनाव
को भगाने के लिए नियमित योग करने और पर्याप्त नींद लेने की भी सलाह दी है। किसी की
नकल न करके अपने को खुद पहचान कर आगे बढ़ने की भी बात है।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.