एमपी में जांच में देरी पर 6 घोटालेबाजों
का निलंबन खत्म
भोपाल। मध्यप्रदेश देश का अजब राज्य है,
जिसकी
कहानी भी गजब है। तभी तो करोड़ों के घोटाले में शामिल अफसरों को सिर्फ इसलिए
निलंबन के बाद बहाल कर दिया गया क्योंकि जांच में देरी हो रही थी। जिसके चलते
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सीएम आवास के बाहर लगी शिकायत पेटी में
शिकायत का लिफाफा डाल दिया।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने इंदौर में हुए 75
करोड़
से अधिक के आबकारी घोटाले में आरोपी अधिकारी-कर्मचारियों को बहाल करने के भाजपा
सरकार के निर्णय को एक और बड़ा घोटाला बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके और
कारण के साथ छह अधिकारी-कर्मचारियों का निलंबन खत्म किया गया है, वह
मध्यप्रदेश के इतिहास में अभूतपूर्व भ्रष्टाचार की मिसाल है। सिंह ने कहा, प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी कहते हैं न खाऊंगा न खाने दूंगा, वहीं शिवराज
सिंह चौहान भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं। दूसरी ओर आबकारी विभाग
के उन अफसरों को बहाल कर दिया जाता है, जो करोड़ों के घपले में शामिल हैं।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.