मध्य प्रदेश की 27th
गवर्नर बनीं आनंदी बेन,
भोपाल.गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन
पटेल मध्य प्रदेश की 27th गवर्नर
बनाई गईं। वह ओम प्रकाश कोहली का स्थान लेंगी। इस बारे में शुक्रवार को राष्ट्रपति
भवन से नोटिफिकेशन जारी किया गया। आनंदी बेन गुजरात की मोदी सरकार में कई विभागों
की कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। उन्हें नरेंद्र मोदी के बाद गुजरात में सबसे बड़े
रिफार्मर के तौर पर जाना जाता है। बता दें कि सितंबर में, 2016 में रामनरेश
यादव का टेन्योर खत्म होने के बाद कोहली को मध्य प्रदेश के एडिशनल गवर्नर का चार्ज
सौंपा गया था।
कब और कैसे चर्चा में आई थीं आनंदी बेन?
- आनंदी
बेन 1988 में बीजेपी में
शामिल हुई। पहली बार वे उस समय चर्चा में आईं। जब उन्होंने अकाल पीड़ितों के लिए
इंसाफ मांगने के कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
- साल
1995 में शंकर सिंह
वाघेला ने जब बगावत की थी, तो
उस कठिन दौर में उन्होंने नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी के लिए काम किया। इसी वक्त
वह मोदी की भरोसेमंद हो गईं।
- 1998
में गुजरात कैबिनेट में आने के बाद से उन्होंने शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण जैसे मंत्रालयों
का जिम्मा संभाला। उन्हें 1987
में "वीरता पुरस्कार" से भी नवाजा जा चुका है।
पानी में कूदकर दो स्टूडेंट्स की बचाई थी जान
- आनंदी
बेन ने साइंस में ग्रेजुएशन किया और मास्टर डिग्री में गोल्ड मेडल हासिल किया। 1967 में उन्होंने अहमदाबाद के मोहिनीबा
कन्या विद्यालय में हायर सेकंडरी स्टूडेंट्स को साइंस-मैथ्स पढ़ाना शुरू किया। बाद
में वे इसी स्कूल में प्रिंसिपल भी हो गईं।
- 1987
में एक पिकनिक टूर के दौरान दो बच्चों के पानी में गिर जाने पर कूदकर जान बचाई।
इसके लिए उन्हें गुजरात सरकार ने गैलंट्री अवॉर्ड दिया। बेस्ट टीचर के लिए आनंदी
बेन को राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है। 1997 में उन्होंने वालंटरी रिटायरमेंट ले लिया। आनंदी बेन के पति मफतभाई पटेल भी
साइकोलॉजी के प्रोफेसर थे।
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