भारत की संस्कृति कभी मिट नहीं सकती : उच्च
शिक्षा मंत्री श्री पवैया
राज्य मंत्री श्री पटवा का युवाओं से संस्कृति
को सृजित करने का आव्हान
आईसेक्ट यूनिवर्सिटी में यूथ फेस्टिवल
"नवोन्मेष" का समापन
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया कहा
है कि भारत भू-सांस्कृतिक राष्ट्र है, इसकी संस्कृति कभी मिट नहीं सकती। यह
बात श्री पवैया ने आज आईसेक्ट यूनिवर्सिटी में आयोजित यूथ फेस्टिवल 'नवोन्मेष'
के
समापन समारोह में कही। श्री पवैया ने कहा कि देश के उत्सव और परम्परा को बचाने की
जरूरत है। हमारी संस्कृति बड़े-छोटे का भेदभाव मिटाकर समरसता का संदेश देती है।
श्री पवैया ने युवाओं से कहा कि अपने हुनर के जरिये दुनिया में अपनी अलग पहचान
बनायें। उन्होंने कहा कि प्रतिभा केवल पैसो वालों की नहीं होती, इसे
पहचानने की जरूरत है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा परिसरों में सामाजिक
सरोकार से परिपूर्ण सम्पूर्ण व्यक्ति तैयार होना चाहिए।
संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने
कहा कि मध्यप्रदेश सरकार कला और संस्कृति को आगे बढ़ाने की दिशा में निरंतर
प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में संस्कृति विभाग 1800
सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करता है। उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि पढ़ाई के
साथ-साथ संस्कृति को सृजित करने की जिम्मेदारी भी वहन करें।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय
विनियामक आयोग के अध्यध डॉ. अखिलेश पाण्डे ने भारतीय विश्वविद्यालय संघ में निजी
विश्वविद्यालय भी शामिल करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के
कुलाधिपति श्री संतोष चौबे ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों से अवगत करवाया। एआईयू
के पर्यवेक्षक डॉ. रंजन रॉय ने अनुशासित छात्रों की सराहना की और विख्यात हस्तियों
को याद किया।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने
अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि यूथ फेस्टिवल में 7 राज्यों के 25
विश्वविद्यालयों
ने भाग लिया है। लगभग 2500 प्रतिभागियों ने 27 प्रतियोगिता
के माध्यम से अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। अतिथियों ने स्मारिका का विमोचन भी
किया।
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