युवा
परिवार, समाज
और देश को प्रगति के पथ पर ले जाने के अग्रदूत हैं : लोक सभा अध्यक्ष -
आज
ढाका में 63वे
राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन के दौरान " युवाओं को आगे लाना : शासन प्रक्रिया में युवाओं की प्रभावी
भागीदारी सुनिश्चित करने के उपाय" विषय पर आयोजित कार्यशाला में बोलते हुए,
लोक सभा अध्यक्ष,
श्रीमती
सुमित्रा महाजन ने कहा कि युवा परिवार, समाज या देश को प्रगति के पथ पर ले जाने के
अग्रदूत हैं l उन्होंने
कहा कि युवा हरेक देश का भविष्य होते हैं और उन्हें अपने आसपास की वास्तविकताओं और
सच्चाइयों – उनके
आस पास, देश
के साथ साथ सीमा पार के और ख़ास तौर पर आस-पास के देशों के बारे में जानकारी प्रदान
करने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है l श्रीमती महाजन ने राय व्यक्त की कि
अपने आस-पास के देशों के बारे में जानकारी प्राप्त करने से विभिन्न संस्कृतियों,
विभिन्न जीवन
शैलियों को अच्छी तरह समझने और इसके साथ ही बहुलवाद और भिन्नता में छिपी सुन्दरता
को पहचानने में भी मदद मिलती है l उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी मिलने से उनके मन
और विचारों में 'वसुधैव
कुटुम्बकम" का महत्त्व बढ़ेगा l
श्रीमती
महाजन ने इस बात का उल्लेख किया कि भारत संसार के युवा देशों में से एक है और यहाँ
के 65%
लोगों की आयु 35
साल से कम है l इसके
अलावा देश में 27.5% लोग 15-29 वर्ष के आयुवर्ग में हैं l इस बात को ध्यान में रखते हुए, भारत ने राष्ट्रीय युवा नीति तैयार की
और 2014
में नई युवा नीति लागू की गई l इस नीति के प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों
के बारे में बताते हुए श्रीमती महाजन ने कहा कि यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा
रहा है कि युवा राजनीति में निचले स्तर से लेकर राष्ट्रीय अर्थात सभी स्तरों में
शामिल हों l उन्होंने
यह भी कहा कि यह विचार इस दृढ़ विश्वास पर आधारित है कि केवल युवाओं की प्रेरणा
शक्ति और उनकी सहभागिता से ही देशवासी अधिक सक्रिय और संगठित हो सकते हैंl
यह
टिप्पणी करते हुए कि शासन प्रक्रिया में युवाओं की प्रभावी सहभागिता सुनिश्चित
करने के लिए नीति की सबसे पहली शर्त यह है कि युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया
जाए, श्रीमती
महाजन ने प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की महावाकांक्षी पहल, स्किल इंडिया, जिसके अंतर्गत युवाओं को विभिन्न
कौशलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है और और स्टार्ट अप इंडिया, जिसके तहत युवा उद्यमिता और रोजगार
सृजन को बढ़ावा दिया जा रहा है, का उल्लेख किया l उन्होंने कहा कि भारत का मानना है कि
हमारे गाँवों, जहाँ
असली भारत बसा हुआ है और फल फूल रहा है, में रहने वाले कौशल संपन्न युवा ही कल के नेता
बनेंगे l
श्रीमती
महाजन ने कहा कि भारतीय युवाओं के जीवन को बदलने वाले कानून लागू करने के अलावा,
भारत की संसद
स्वयं भी बदली है ताकि युवा इसकी लोकतांत्रिक परम्पराओं और पद्धतियों की ओर
आकर्षित हों l इस
संबंध में उन्होंने अध्यक्षीय शोध कदम (एस आर आई), अध्यक्ष के अध्येतावृत्ति कार्यक्रम,
अध्यक्ष के
प्रशिक्षु कार्यक्रम जैसी पहलों का उल्लेख भी किया l उन्होंने यह जानकारी भी दी कि वर्तमान
लोक सभा में युवा सांसदों की संख्या सबसे अधिक है l
उन्होंने
नीति निर्माताओं से आग्रह किया कि वे युवाओं को अपने विचार व्यक्त करने, कौशल विकसित करने, क्षमता बढ़ाने और आत्म विश्वास अर्जित
करने का मौक़ा दें क्योंकि आज के युवा हमारा भविष्य हैं l इसलिए सभी भागीदारों को युवाओं को आगे लाने और
उन्हें सुशासन का हिस्सा बनाने के लिए अपने विचारों, अनुभवों और सर्वोत्तम तौर-तरीकों को
सबके साथ सांझा करना चाहिए l
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