Sunday 12 November 2017

किसान पुत्र के राज में कब तक बहेगा किसानों का खून- कमलनाथ

किसान पुत्र के राज में कब तक बहेगा किसानों का खून- कमलनाथ

प्रदेश की मंडियों में फसलों के दाम समर्थन मूल्य से कम मिलने से किसान के नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने भावांतर योजना लागू की है। इसके बाद भी किसानों की नाराजगी कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश आए दिन किसान सड़क पर उतर रहे हैं। इसी क्रम में नरसिंहपुर जिले में गन्ना किसानों ने दाम बढ़ाने की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय की दीवारों पर खून से मांगें लिख दी। किसानों के विरोध से जिला प्रशासन बैकपुट पर आ गया है।
सभी किसान संघ एकजुट
गन्ने के उचित दाम नहीं मिलने से किसान संघ नाराज हैं। भारतीय किसान संघ, राष्ट्रीय मजदूर किसान संघ, किसान संघर्ष समिति से जुड़े पदाधिकारी और सदस्यों ने भी कलेक्टर कार्यालय पर धरना दिया। धरना स्थल पर किसानों ने अपना खून देकर कलेक्टर कार्यालय की सीढिय़ां, दीवार खून से रंग दी।
कमलनाथ ने सरकार पर बोला हमला
इसको लेकर कांग्रेस सांसद कमलनाथ ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है किसान पुत्र की सरकार में अपने हक़ के लिये आख़िर कब तक अन्नदाताओ को अपना ख़ून बहाना पड़ेगा।

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