पं.
खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद महाविद्यालय बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
आयुष
मंत्री श्री सिंह और राजस्व मंत्री श्री गुप्ता द्वारा विभिन्न निर्माण कार्यों का
शिलान्यास
पं.
खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित
किया जाएगा। आयुष तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रुस्तम सिंह ने यह
बात महाविद्यालय में विभिन्न निर्माण कार्यों के शिलान्यास समारोह में कही। श्री
सिंह और राजस्व तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने
महाविद्यालय में 50
शैय्या सुपर स्पेशियलिटी पंचकर्म चिकित्सालय, 500 बैठक क्षमता के ऑडिटोरियम और विभिन्न
भवनों के अपग्रेडेशन के कार्यों का शिलान्यास किया। इन कार्यों की कुल लागत लगभग 12 करोड़ रूपये है।
आयुष
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि चिकित्सालय में मिल रही सुविधाओं की प्रतीक्षा-सूची
बताती है कि आयुर्वेद के प्रति लोगों की रुचि लगातार बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि
इस महाविद्यालय की ख्याति मुम्बई तक है। वहाँ के लोग भी यहाँ इलाज करवाने आते हैं।
राजस्व
मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि ऑडिटोरियम का नाम पं. उद्धवदास मेहता के नाम पर रखा
जाए। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सकों की वेतन विसंगति दूर करने के प्रयास
होना चाहिए। श्री गुप्ता ने कहा कि आयुर्वेद की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए जरूरी है
कि चिकित्सक पूरी निष्ठा के साथ मरीजों की सेवा करें। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ
सुविधाएँ दे सकती है। सांसद श्री आलोक संजर ने कहा कि पं. उद्धवदास मेहता ने
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को बहु-प्रचारित किया।
प्रमुख
सचिव आयुष श्रीमती शिखा दुबे ने कहा कि आईआईटी और एम्स की तरह पं. खुशीलाल शर्मा
महाविद्यालय की विश्वसनीयता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए सबको मिलकर
प्रयास करना होगा।
पं.
उद्धवदास मेहता सम्मान
आयुष
मंत्री श्री सिंह और राजस्व मंत्री श्री गुप्ता ने पं. उद्धवदास मेहता वैद्य
शास्त्री आयुर्वेद सेवा सम्मान पुरस्कार वर्ष 2015, विश्व आयुर्वेद परिषद मध्यप्रदेश और
वर्ष 2016 के
लिए शासकीय आष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय इंदौर को दिया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज
सिंह चौहान की घोषणानुसार पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2014 में की गई थी। वर्ष 2015 में पहला पुरस्कार पं. खुशीलाल शर्मा
आयुर्वेद महाविद्यालय को मिला था।
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