माहर्षि वाल्मीकी का जीवन सदैव प्रेरणादायी रहा
है- श्री राजेन्द्र शुक्ल
उद्योग मंत्री वाल्मीक जयंती में हुए शामिल
उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि
रामायण महाकाव्य के रचयिता महर्षि वाल्मीकी के महाग्रंथ और कथा से समाज के हर वर्ग
के लोगों को एहसास कराया है। उन्होंने कहा कि माहर्षि वाल्मीकी का जीवन सदैव
प्रेरणादायी रहा है, लोग उनके बताये मार्ग पर चल रहे है। इससे समाज
के लोगों को प्रेरणा मिली है। श्री शुक्ल रीवा में माहर्षि वाल्मीकी के अवसर पर
आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।
श्री शुक्ल ने माहर्षि वाल्मीकी जंयती की
शुभकामना देते हुए कहा कि जाति छोटी-बड़ी नहीं होती बल्की अपने कर्म से बडे होते
है। मुझे गर्व है कि वाल्मीकी समाज एक जुट है। उद्योग मंत्री ने कहा कि महर्षि
वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषियों में माने जाते हैं। आप संस्कृत भाषा के आदि कवि
और आदि काव्य 'रामायण' के रचयिता के
रूप में सुप्रसिद्ध हैं।उन्होने कहा कि महर्षि वाल्मीकी की एक ही स्थान पर की गई
घोर तपस्या के कारण ही उन्हें वाल्मीकी नाम से बुलाया जाने लगा था। उद्योग मंत्री
ने इस मौके पर कहा कि शासन की अनेक कल्याणकारी योजनाओं का ज्रिक करते हुए योजनाओं
का लाभ उठाने की अपील भी की।
उद्योग मंत्री ने महर्षि बाल्मीक के चित्र के
समक्ष में दीप प्रज्ज्वलन भी किया। महापौर श्रीमती ममता गुप्ता, सहित
अनेक जनप्रतिनीधि तथा बाल्मीक समाज के लोग, उपस्थित थे।
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