स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का लाभ उठाकर उज्जैन को
बनाएं विश्व-स्तरीय शहर
नगरीय प्रशासन मंत्री श्रीमती माया सिंह ने की
विभागीय गतिविधियों की समीक्षा
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का लाभ उठाते हुए
उज्जैन को विश्व-स्तरीय शहर बनाने के हरसंभव प्रयास करें। प्रोजेक्ट की गति तेज
करते हुए गुणवत्तापूर्ण काम समय-सीमा में पूर्ण करें। नगरीय प्रशासन मंत्री
श्रीमती माया सिंह ने यह बात आज उज्जैन में विभागीय गतिविधियों की समीक्षा करते
हुए कही। श्रीमती सिंह ने कहा कि 3 माह पश्चात पुन: उज्जैन में बैठक कर
स्मार्ट सिटी और अन्य गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी।
श्रीमती सिंह को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट उज्जैन
की जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई। प्रजेंटेशन में बताया गया कि शहर के कुल
43 प्रोजेक्ट में से 18 पर कार्य शुरू कर दिया गया है। शहर के
यातायात को वर्ष 2032 की परिस्थितियों के आधार पर योजनाबद्ध किया
गया है। कलेक्टर ने बताया कि उज्जैन के सामाजिक न्याय परिसर में 1000
सीट का ऑडिटोरियम बनेगा और स्मार्ट मोबिलिटी पर 6 माह में कार्य शुरू
होकर बस, फायर वाहन, ई-रिक्शा आदि का मॉनिटरिंग सिस्टम आरंभ
हो जाएगा। कचरा वाहनों की सूचना के लिए मोबाइल अलर्ट भेजे जाएंगे।
बैठक में सिंहस्थ-2016 के दौरान
निर्मित परि-सम्पत्तियों के संधारण, प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रीन
बिल्डिंग कांसेप्ट, निर्माणाधीन दिव्यांग पार्क, सेप्टिक
मैनेजमेंट, हवाईपट्टी निर्माण आदि पर भी चर्चा की गई।
महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, विधायक
डॉ. मोहन यादव, नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव श्री मलय
श्रीवास्तव, आयुक्त श्री विवेक अग्रवाल, यूडीए
अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल भी बैठक में उपस्थित थे।
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