दो अक्टूबर को तय होगा नवाज का भविष्य
पनामा पेपर घोटाले में दायर भ्रष्टाचार के
मुकदमों का सामना करने के लिये पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मंगलवार
को जवाबदेही अदालत के समक्ष पेश हुये। इस मामले में अदालत ने दो अक्तूबर को शरीफ
पर अभियोग लगाने का फैसला किया है। अदालत ने उनके बच्चों और दामाद के खिलाफ भी नया
गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। संक्षिप्त सुनवाई के दौरान शरीफ ने न्यायाधीश
मुहम्मद बशीर को सूचित किया कि उनकी पत्नी की तबियत ठीक नहीं थी और उन्हें उनकी
देखभाल करने की जरूरत है। इसके बाद उन्हें अदालत से जाने की इजाजत दे दी गयी। यह
पेशी महज एक औपचारिकता थी, ताकि
यह सुनिश्चित किया जा सके कि आरोपी मुकदमे का सामना करने के लिये तैयार है या
नहीं। लेकिन पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं, वकीलों, सांसदों और कुछ मंत्रियों समेत शरीफ के सैकड़ों समर्थक अदालत परिसर
में मौजूद थे। अभी सुनवाई की अगली तारीख तय नहीं की गयी है। लेकिन
अदालत ने निर्देश दिया कि मरियम, हुसैन, हसन
और शरीफ के दामाद सफदर भी दो अक्तूबर को उपस्थित हों। अदालत ने मरियम, हुसैन, हसन और सफदर के खिलाफ नये जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किये हैं।
शरीफ के कानूनी सहायक बैरिस्टर जफरुल्लाह खान ने मीडिया को बताया कि अदालत को
अभियोग लगाने के लिये और वक्त देना चाहिये था। उन्होंने कहा कि अगली सुनवाई की
अवधि के दौरान अगर सबकुछ ठीक रहा और उनकी पत्नी का स्वास्थ्य स्थिर रहा, तो शरीफ अगली सुनवाई पर अदालत में पेश
होंगे। जबकि स्वतंत्र विधि विशेषज्ञ शहजाद अकबर ने कहा कि अगर किसी आरोपी
के सहयोगी उपलब्ध नहीं होते या अदालत के समक्ष पेशी से इनकार करते हैं तो
अदालत अभियोग को टालने के लिये बाध्य नहीं है।
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