प्रभारी
मंत्री जिलों का भ्रमण कर लेंगे स्थिति का जायजा
संबंधित
सरकारी एजेंसियों से जानकारी एकत्रित करने के निर्देश जारी
मुख्य
सचिव वाला स्टेट वॉच ग्रुप लेगा सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने का निर्णय
राज्य
सरकार द्वारा भारत सरकार के वर्ष 2016
में तैयार किये गये सूखा मेन्यूअल के अनुसार प्रदेश में सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित
करने के लिए वर्षा की जानकारी के साथ ही ड्राय स्पेल, सुदूर संवेदन तकनीक (रिमोट सेंसिंग), बांधों एवं जलाशयों में जल संग्रहण और
भू-जल स्तर की जानकारी एकत्रित की जा रही है। भारतीय मौसम विभाग, महलोनोबीज़ नेशनल सेन्टर फार क्राप
फोरकास्ट, सेन्ट्रल
वाटर कमीशन, सेन्ट्रल
ग्राउंड वाटर बोर्ड, भारतीय
कृषि अनुसंधान परिषद तथा कृषि विश्वविद्यालयों जैसी संस्थाओं से यह जानकारी
एकत्रित की जा रही है। इन सभी संस्थाओं को उपरोक्त जानकारी शीघ्र भेजने के निर्देश
दिये गये हैं।
राज्य
शासन द्वारा 18
सितम्बर तक यह जानकारी एकत्रित कर राज्य में मध्यावधि सूखा क्षेत्र तत्काल घोषित
करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित स्टेट वाच ग्रुप की बैठक बुलाकर
आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। प्रदेश में वर्तमान में 35 जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है।
प्रदेश के कुल 25
जिलों में 25
प्रतिशत कम बारिश हुई है।
दिनांक
30 सितम्बर तक की
स्थिति में भी उपरोक्त सूचकांक की जानकारियों को पुन: एकत्रित कर अक्टूबर के प्रथम
सप्ताह में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित स्टेट वाच ग्रुप के माध्यम से
समीक्षा कर उस समय की स्थिति अनुसार अन्य जिलों को भी सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित
करने की कार्यवाही की जायेगी।
खरीफ
फसलों को अल्प वर्षा की स्थिति से होने वाले नुकसान पर भी राज्य सरकार की निगाह
है। साथ ही 15 सितम्बर
से 15 अक्टूबर की अवधि
के बीच प्रदेश भर में किसान सम्मेलन का आयोजन कर किसानों को आगामी रबी फसल के लिए, कम अवधि और सूखारोधी फसलों की जानकारी
दी जायेगी।
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