Wednesday 13 September 2017

कांग्रेस के दिग्गजों ने विधानसभा चुनाव में 'चेहरे' का आलाप छोड़ाविधानसभा चुनाव 2018

कांग्रेस के दिग्गजों ने विधानसभा चुनाव में 'चेहरे' का आलाप छोड़ाविधानसभा चुनाव 2018 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जहां पूरी तरह से कमर कस ली है, वहीं कांग्रेस संगठन चुनावों में ही

कांग्रेस प्रदेश में लगातार तीन विधानसभा चुनाव हार चुकी है और चौथी बार 2018 में होने वाले चुनावों की तैयारी में भी भाजपा से काफी पिछड़ी हुई है। भाजपा ने 'वन बूथ फाइव यूथ" पर काम करते हुए कमेटियां बना ली हैं। इन समितियों के गठन के बाद जनप्रतिनिधियों को टारगेट दे दिया है कि मतदान केंद्रों के प्रभावी लोगों की सूची तैयार कर उनमें से अच्छे नामों को चयनित करें।

उधर, कांग्रेस दावा तो कर रही है मतदान केंद्रों की कमेटियों के गठन हो चुका है, लेकिन वास्तविकता यह है कि अभी भी 30 से 40 फीसदी मतदान केंद्रों पर कमेटियां बनी ही नहीं हैं। भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में कमेटियों के गठन का काम बेहद खराब स्थिति में है।

उलझकर रह गई है। दिग्गजों की एकता के बार-बार दावे करने वाली कांग्रेस की पोल संगठनात्मक चुनाव की बीआरओ की सूची ने खोल दी है। इसके चलते विधानसभा चुनाव में कोई चेहरा प्रोजेक्ट करने की बातें करने वाले पार्टी नेताओं के सुर बदल गए हैं।

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