गौरी लंकेश की हत्या के खिलाफ निकला विरोध मार्च
कर्नाटक के बंगलूरू में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की गोली मार कर की गई हत्या के खिलाफ वामदलों सीपीआइ, सीपीएम, सीटू, डीवाईएफआइ, एआइवाईएफ ने बुधवार को शहर में विरोध मार्च निकाला। साथ ही हत्या की कड़ी निन्दा और दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई। मार्च का नेतृत्व डीवाईएफआइ के संजय पासवान, भाकपा के जिला सचिव महादेव राम, माकपा के जिला सचिव रमेश प्रजापति, सीटू नेता प्रेम प्रकाश ने किया।
पानी टंकी रोड झुमरीतिलैया से मार्च निकला। इसमें गौरी लंकेश के हत्यारों को गिरफ्तार करो, बोलने की आजादी पर रोक नही सहेंगे, साम्प्रदायिक ताकतें मुर्दाबाद, हत्या की राजनीति बंद करो, प्रगतिशील पत्रकारों, नागरिकों को सुरक्षा दो, भगवा गुण्डागर्दी नहीं चलेगी, सौ कलम तुम तोड़ोगे वो लाखों कलम जोड़ेगी आदि नारे लगाए जा रहे थे।
प्रतिवाद मार्च झंडा चौक पहुंचा जहां वाम जनवादी संगठनों के नेताओं ने कहा कि आज देश मे बोलने की आजादी पर पाबंदी लगाने की साजिश हो रही है। इसी के कड़ी मे कन्नड़ पत्रिका लंकेश की संपादक, गौरी लंकेश जो अखबार मे कॉलम और न्यूज चैनल डिबेट्स में एक्टिविस्ट के तौर पर भाग लेती थी, जिनका दक्षिणपंथी संगठनों से भारी मतभेद था और हिन्दुत्ववादी राजनीति की घोर आलोचक थी। हिन्दुत्ववादी ताकतों ने गत सोमवार की रात मे गोलियों से हत्या कर दी। वामदलों के नेताओं ने कहा कि यह आजाद पत्रकारिता पर हमला है, इससे पहले भी कन्नड़ लेखक कलबुर्गी, अंधविश्वास से लड़ने वाले, नरेन्द्र दाभोलकर, गोविन्द पनसारे की हत्या आरएसएस और बजरंग दल के लोगों के द्वारा की जा चुकी है। आज देश में जनतंत्र पर लगातार हमला हो रहा है इसके खिलाफ वामपंथी और प्रगतिशील संगठन संघर्ष जारी रखेगा और आम लोगों से अपील है कि आरएसएस - भाजपा की ¨हसा की राजनीति के खिलाफ आगे आयें।
प्रतिवाद मार्च मे असीम सरकार, प्रकाश रजक, सुरेन्द्र राम, विरेन्द्र यादव, सोनिया देवी,अर्जुन यादव, महेन्द्र तुरी, शम्भु पासवान, अशोक रजक, रामप्रसाद दास, रविन्द्र भारती, महेश ¨सह, पुरुषोत्तम यादव, सकिन्द्र कुमार, रूपेश राणा, रमेश पासवान, विजय ¨सह सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
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