मैक्सिको में आया पिछले 100 साल का सबसे भीषण भूकंप
मैक्सिको में पिछले सौ साल का सबसे भीषण भूकंप आया है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8.2 मापी गई है। भूकंप के झटकों से सबसे ज्यादा दक्षिणी प्रांत ओक्साका प्रभावित हुआ है। जान गंवाने वाले 32 लोगों में से 20 इसी राज्य में मारे गए। इमारतों को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है।
भूकंप की तीव्रता को देखते हुए तटवर्ती इलाकों के लिए सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई थी। भूकंप का झटका सबसे पहले स्थानीय समय के अनुसार गुरुवार रात 11:49 बजे तटवर्ती शहर टोनाला (दक्षिणी प्रांत चियापस) से तकरीबन सौ किलोमीटर दूर महसूस किया गया था। इससे पहले वर्ष 1985 में मेक्सिको में इतनी ही तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें दस हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे।
मैक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो ने कहा, 'तीव्रता के लिहाज से यह पिछले सौ साल का सबसे भीषण भूकंप है। देश की 12 करोड़ की आबादी में से पांच करोड़ लोगों ने भूकंप के झटकों को महसूस किया।' नीटो ने राष्ट्रीय आपदा रोकथाम केंद्र पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। वह खुद राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। भूकंप के झटके केंद्र से तकरीबन 800 किलोमीटर दूर मैक्सिको सिटी तक महसूस किए गए। ग्वाटेमाला में भी धरती डोली है।
सायरन सुनकर मची अफरातफरी
आधी रात को भूकंप की चेतावनी वाला सायरन सुनकर अफरातफरी मच गई। बदहवास लोग जिस हालत में थे, उसी स्थिति में घर से बाहर भागे। प्राकृतिक आपदा से ओक्साका प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। अकेले जुचितान शहर में 17 की जान चली गई। इमर्जेसी रिस्पांस एजेंसी के निदेशक लुइस फिलिप प्यूंटे ने कई मकान के ध्वस्त होने की जानकारी दी है। तबास्को प्रांत के एक अस्पताल में बिजली जाने से एक बच्चे की मौत हो गई। अधिकारियों ने मरने वालों की तादाद बढ़ने की आशंका जताई है। देश के 11 राज्यों में स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
मैक्सिको में पिछले सौ साल का सबसे भीषण भूकंप आया है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8.2 मापी गई है। भूकंप के झटकों से सबसे ज्यादा दक्षिणी प्रांत ओक्साका प्रभावित हुआ है। जान गंवाने वाले 32 लोगों में से 20 इसी राज्य में मारे गए। इमारतों को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है।
भूकंप की तीव्रता को देखते हुए तटवर्ती इलाकों के लिए सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई थी। भूकंप का झटका सबसे पहले स्थानीय समय के अनुसार गुरुवार रात 11:49 बजे तटवर्ती शहर टोनाला (दक्षिणी प्रांत चियापस) से तकरीबन सौ किलोमीटर दूर महसूस किया गया था। इससे पहले वर्ष 1985 में मेक्सिको में इतनी ही तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें दस हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे।
मैक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो ने कहा, 'तीव्रता के लिहाज से यह पिछले सौ साल का सबसे भीषण भूकंप है। देश की 12 करोड़ की आबादी में से पांच करोड़ लोगों ने भूकंप के झटकों को महसूस किया।' नीटो ने राष्ट्रीय आपदा रोकथाम केंद्र पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। वह खुद राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। भूकंप के झटके केंद्र से तकरीबन 800 किलोमीटर दूर मैक्सिको सिटी तक महसूस किए गए। ग्वाटेमाला में भी धरती डोली है।
सायरन सुनकर मची अफरातफरी
आधी रात को भूकंप की चेतावनी वाला सायरन सुनकर अफरातफरी मच गई। बदहवास लोग जिस हालत में थे, उसी स्थिति में घर से बाहर भागे। प्राकृतिक आपदा से ओक्साका प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। अकेले जुचितान शहर में 17 की जान चली गई। इमर्जेसी रिस्पांस एजेंसी के निदेशक लुइस फिलिप प्यूंटे ने कई मकान के ध्वस्त होने की जानकारी दी है। तबास्को प्रांत के एक अस्पताल में बिजली जाने से एक बच्चे की मौत हो गई। अधिकारियों ने मरने वालों की तादाद बढ़ने की आशंका जताई है। देश के 11 राज्यों में स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
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