पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कम होना चाहिए:
एसोचैम
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें तीन साल के
उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, जिससे उपभोक्ता परेशान हैं। उद्योग
संगठन एसोचैम भी पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम करने के पक्ष में है। एसोचैम द्वारा
जारी नोट में कहा गया कि जब कच्चे तेल की कीमत 107
डॉलर प्रति बैरल थी, तब देश में पेट्रोल 71.51 रुपए लीटर बेचा
जा रहा था। अब कच्चे तेल की कीमत घटकर 53.88 डॉलर प्रति
बैरल पर आ गई है। एसोचैम ने कहा कि हालांकि
कीमतों को बाजार पर छोड़ा गया है, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा
लिए जाने वाले उत्पाद कर, बिक्री कर या वैट में तेज बढ़ोतरी के
कारण सुधार का कोई मतलब नहीं रह गया है। एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने कहा कि
अगर कच्चे तेल के दाम गिरते हैं तो उसका लाभ उपभोक्ताओं को दिया जाना चाहिए। यह सच
है कि सरकार को अवसंरचना और कल्याण योजनाओं के लिए संसाधनों की
जरूरत होती है, लेकिन केंद्र और राज्यों की पेट्रोल और डीजल पर
जरूरत से ज्यादा निर्भरता आर्थिक विकास को प्रभावित करती है। इसका असर आर्थिक
आंकड़ों पर दिख रहा है।
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